स्वर : रितेश पाण्डेय / अंतरा सिंह प्रियंका
गोरकि पतर्की रे...
पहिन के निकली जे सुट पटियाला, पटना सहरिया में मच जाला हाला पतली कमरिया पा सब के नजरिया बा बुरभो देखी हमके बोराला
अरे लड़की नहीं है तू गरम मसाला,कार्बेट टेस्ट बनाने बाला
फूक फूक के खा लूं में तेरे प्यार का हरख निराला
(गोर्की पतरकि रे मारे गुलेलवा जियरा उड़ी उड़ी जाय)2
(अरे पकर के राखा)
अरे सुना ना केहू के बतिया,कहे करेला तू मनमानी
(आहे ऐसे काहे करेला)
अरे सुना ना केहू के बतिया,कहे करेला तू मनमानी
देखा ता गवां जवारवा, छोरा अपन तुहू नादानी
जान आइटम बाम बारू ,जारा में रम बारु दीपिका से तनिको ना कम बारु
(गोर्की पतरकि रे मारे गुलेलवा जियरा उड़ी उड़ी जाय)2
पहिन के निकली जे सुट पटियाला, पटना सहरिया में मच जाला हाला पतली कमरिया पा सब के नजरिया बा बुरभो देखी हमके बोराला
(गोर्की पतरकि रे मारे गुलेलवा जियरा उड़ी उड़ी जाय)2
(अरे कंट्रोल में रहा ए बाबू हा हा हा.....)
अरे पूरा इंडिया हिली बाबू खाली देखत रहा बाबू
(गोर्की पतरकि रे मारे गुलेलवा जियरा उड़ी उड़ी जाय)2

