तेरी कायनात मेरे खाली हाथ लिरिक्स
तेरी कायनात मेरे खाली हाथ
और तार-तार सपने
गए ज़ख्म जाग मेरे सीने आग
लगी सांस-सांस तपने
तेरी कायनात मेरे खाली हाथ
और तार-तार सपने
दर्दों से चूर गम का गुरूर
कहूँ क्या मैं हाल अपने
हूं... आवारा आवारा
आवारा अंगारा
रातों में डूबा
अंबर का बंजारा
जाने टूटा क्यों
मैं शीशा ना तारा
तेरी कायनात मेरे खाली हाथ
और तार तार सपने
गए ज़ख्म जाग मेरे सीने आग
लगी सांस सांस तपने
हो... ओ.....
कोई उधारी है सीने पे भारी है
पत्थर है या दिल है
मैं ही अकेला हूँ मैं ही तो वेला हूँ
ये कैसी महफ़िल है
रूठे सवेरे हैं आधे
ये मेरे हैं आधे हैं ये तेरे
तू है निगाहों में लावा है
आहों में बस सर्द शाम गहरे
आवारा आवारा
आवारा अंगारा
आँसू है मेरे
या पीघला है पारा
जाने टूटा क्यों
मैं शीशा ना तारा
मेरा इम्तिहान तू जो ले रहा है
अब ना रियायतें कर
मैंने इश्क सीखा मैंने प्यार सीखा
तू चाहे नफ़रतें कर
मैंने दिल दिया है मैंने दुख लिया है
तू सौदा ईमान ले पर
मेरा इम्तिहान तू जो ले रहा है
अब ना रियायतें कर
आवारा अंगारा
आवारा अंगारा अंगारा
रातों में डूबा
अंबर का बंजारा
जाने टूटा क्यों
मैं शीशा ना तारा