ए बदरा काहे सुनत नईखे बतिया लेके आवा जान के खबरिया हो
स्वर:- गुंजन सिंह
(ए बदरा काहे सुन्नत नईखे बतिया लेके आवा जान के खबरिया हो )2
उनका बिना हम ओसाही बानी वैसे जब तू घेरे ले बदरिया हो
(ए बदरा काहे सुनत नईखे बतिया लेके आवा जान के खबरिया हो )2
दिलवा में बसल बाटे उनके सुरतिया मन करे करती हो उनसे छनभर बतिया।
हो...।दिलवा में बसल बाटे उनके सुरतिया मन करे करती उनसे छनभर बतिया।
मन करे करती उनसे दिलवा के बतिया
(जब से गईली छोड़ के हमके)2। सुना सुना लागे ले नगरिया हो।
(ए बदरा काहे सुन्नत नईखे बतिया लेके आवा जान के खबरिया हो )2
रुसल बाड़ी की बाड़ी मजबूर हो। कावना कारण बारी गुंजन से दूर हो
हो...।रुसल बाड़ी की बाड़ी मजबूर हो। कावना कारण बारी ग कुन्दन से दूर हो
(हार गईल मन तन बा घायल)2 बोझ हो गई उमरिया हो
(ए बदरा काहे सुन्नत नईखे बतिया लेके आवा जान के खबरिया हो )4

