Type Here to Get Search Results !

एगो सुईया जहर के।




स्वर:- गुंजन सिंह

 अखियां से गिरात बा लोर हमरा जान के

भाई ओकर मरले बा हाथ गोर बांध के


हा....।अखियां से गिरात बा लोर हमरा जान के

भाई ओकर मरले बा हाथ गोर बांध के


ओकरा बिना कैसे हम रह पाईब रे


एगो सुईया जहर के। (एगो सुईया जहर के

डॉक्टर से दोनों के लगवादे माई रे)2


मानतानी जात हमर बारुवे दोसर हो

चीर के देखा एके बा खून कलर हो


ए माई। मानतानी जात हमर बारुवे दोसर हो

चीर के देखा एके बाटे खून के कलर हो 


भेद भाव काहे ई करत समाज बा

रब के रूप होवे प्रेम तबो एतराज बा


मन करे अगिया में जर जाई रे


एगो सुईया जहर के। (एगो सुईया जहर के

डॉक्टर से दोनों के लगवादे माई रे)2


(घर से बाहरी निकला उनकर हो गईल माना

मिलल बिना मर जाई गुंजन दीवाना)2


करीले निहोरा माई दोनों हाथ जोड़ के

पूछ ले दरदिया तू अपु अनमोल के


दुल्हिन बना के ओकरा लादे माई रे

नाता सुईया जाहर के। (नात सुईया जहर के

डॉक्टर से दोनों के लगवादे माई रे)2


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Ads Area