स्वर:- रुचि सहनी
बचपन खेली कुदी
(बचपन खेली कुदी सँघे बितैलिये)2
संघ किए छोइर देल्ही
(केलियो कोन गलती दिल कीये तोइर देलहि)2
राते दिन रोवे छिये हम रे
देके गेल्हि दिल में जखम रे
हम तरपे छिये तोरा बिन रे
तोहर याद सताबे हरदम रे
(छोइर के चैल गेल्ही केतना बदइल गेलहि)2
मुँह किये मोइर लेल्हि रे
(केलियो कोन गलती दिल कीये तोइर देलहि)2
करे रिहो केत्ना प्यार रे।बेवॉफा छी तु कर्ज दार रे।
कैर देब ही तू रहै नै पाता।जिन्दगी हमर बेकार रे।
(रुचि से वादा केल्हि मनिष ना निभाबे पाइली)2
आशु में बोइर देलही रे
(केलियो कोन गलती दिल कीये तोइर देलहि)3

